Karan Johar ने नेपोटिज़्म और टैलेंट पर दी अपनी सच्ची राय: बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक करण जौहर, जिन्होंने कभी खुशी कभी ग़म, कभी अलविदा ना कहना जैसी आइकोनिक फिल्में दी हैं, हाल ही में राज शमानी की साथ किए गए पॉडकास्ट मैं अपनी राय शेयर की है। इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड में चल रहे नेपोटिज़्म के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने स्टार किड्स, टैलेंट और सफलता को लेकर अपनी सोच बताई। आइए जानते हैं, करण जौहर ने इस मुद्दे पर क्या कहा और उनका क्या नजरिया है नेपोटिस्म को लेकर।
बॉलीवुड में टैलेंट बनाम नेपोटिज़्म
जब करण जौहर से पूछा गया कि स्टार किड्स को फ्लॉप फिल्मों के बावजूद मौके क्यों मिलते हैं, तो उन्होंने अपनी राय रखी। करण ने कहा, “क्या आप यह कह सकते हैं कि आलिया भट्ट और रणबीर कपूर सिर्फ स्टार किड्स हैं? नहीं, ये दोनों बहुत टैलेंटेड हैं और इन्होने अपनी जगह बॉलीवुड में बनाई है।”
करण ने इस बात पर भी जोर दिया कि बॉलीवुड में जब शाहरुख़ ख़ान और अमिताभ बच्चन जैसे महानायक हो, तो सिर्फ नेपोटिज़्म की बात नहीं की जा सकती। कारण ने कहा, “हाँ, आप यह कह सकते हैं कि कई टैलेंटेड एक्टर्स सफल नहीं हुए, और यह किस्मत का मामला है।”
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Karan Johar के मुताबिक बॉलीवुड में लक का रोल
करण जौहर मानते हैं कि टैलेंट के अलावा लक भी किसी एक्टर की सफलता में एक बड़ा रोल निभाता है। उन्होंने कहा, “आप लक को हराकर सफलता नहीं पा सकते। कभी-कभी, यह सिर्फ सही समय पर सही जगह होने की बात है।” यह बयान बॉलीवुड की अनिश्चितता को दर्शाता है, जहां किसी भी एक्टर को सफलता मिले या न मिले, यह बहुत कुछ लक पर निर्भर करता है। उन्होंने यह भी कहा, “आप हाथों की लकीरों को नहीं हरा सकते”, यानी कभी-कभी हमारे हाथों में क्या है, वह हमारी किस्मत तय करता है।
करण जौहर के आने वाले प्रोजेक्ट्स
कारण जौहर फिलहाल कोई मूवी डाइरैक्ट नहीं कर रहे है हलखी उनकी पोरदुकेड की गयी कई फिल्मे जैसे की केसरी चैप्टर 2 और धडक 2 चर्चा मे है। उनकी नेपोटिज़्म पर दी गई यह सच्ची राय यह दिखाती है कि वह केवल एक निर्देशक ही नहीं, बल्कि एक समझदार फिल्म निर्माता भी हैं, जो इंडस्ट्री के जटिल पहलुओं को समझते हैं।
बॉलीवुड में सफलता के लिए टैलेंट और लक का संतुलन
करण जौहर की राय बॉलीवुड में नेपोटिज़्म और टैलेंट के बीच संतुलन को बताती है। जबकि नेपोटिज़्म को अक्सर स्टार किड्स की सफलता का कारण बताया जाता है, करण यह याद दिलाते हैं कि मेहनत, टैलेंट और कभी-कभी लक, सफलता के असली कारण हैं। आपको क्या लगता है, करण जौहर के नेपोटिज़्म और टैलेंट पर दिए गए विचारों के बारे में? अपने विचार हमें कमेंट्स में जरूर बताएं!
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